मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वीर बाल दिवस के अवसर पर पंजाबी साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिसर के माध्यम से तैयार की गई डिजिटल ई-किताब का ग्वालियर के गुरूद्वारा परिसर में लोकार्पण किया। इस मौके पर केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सहित पंजाबी साहित्य अकादमी की निदेशक श्रीमती नीरू सिंह ज्ञानी एवं जनप्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
वीर साहेबजादों के अद्वितीय इतिहास को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से पंजाबी साहित्य अकादमी संस्कृति परिषद मध्यप्रदेश द्वारा तैयार डिजिटल ई-पुस्तक एवं डिजिटल प्रदर्शनी को विभागीय वेबसाइट के माध्यम से सम्पूर्ण प्रदेश में प्रदर्शित करने के उद्देश्य से लोकार्पण किया गया है।
पंजाबी साहित्य अकादमी की निदेशक श्री नीरू सिंह ज्ञानी ने इस अवसर पर बताया कि मध्यप्रदेश में ग्वालियर की पावन धरती पर गुरु हरगोबिंद साहिब जी का गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ स्थित है जो धर्म और देश की रक्षा के लिए अमृत काल में ऐतिहासिक स्थली है। गुरु हरगोबिंद साहिब जी की परिवार के गुरु अर्जन देव जी नौवीं गुरु श्री गुरु तेग बहादुर, गुरु गोबिंद सिंह जी, वीर साहिबजादे बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह फतेह सिंह जी धर्म और देश के लिए शहीद हो गए थे। सिख गुरुओं के महान योगदान और सिख परंपरा को “वीर बाल दिवस” स्मरण कराएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरूद्वारे में मत्था टेका
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्वालियर प्रवास के दौरान ई-पुस्तक के विमोचन के लिये फूलबाग स्थित गुरूद्वारे पहुँचे। पुस्तक के विमोचन के पश्चात उन्होंने गुरूद्वारे में मत्था टेका।