पेटीएम और एक्सिस बैंक थर्ड पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर (TPAP) बनने के लिए इस हफ्ते NPCI के पास आवेदन करेंगे। अगर उन्हें इसकी मंजूरी मिल जाती है तो पेटीएम अपनी UPI सर्विस जारी रख पाएगा। मनी कंट्रोल ने इसे लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है।
अभी पेटीएम अपनी UPI सर्विस पेटीएम पेमेंट बैंक के जरिए देता है, लेकिन RBI ने पेटीएम के इस बैंक पर रोक लगा दी है। 15 मार्च के बाद यूजर न तो फास्टैग जैसी सर्विस के इस्तेमाल के लिए वॉलेट में पैसा डाल पाएंगे और न ही UPI चलेगा।
इस लिहाज से पेटीएम के लिए NPCI की मंजूरी काफी अहम है। पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने हाल ही में ये भी बताया था कि उसने मर्चेंट्स पेमेंट्स के सेटलमेंट के लिए भी एक्सिस बैंक के साथ पार्टनरशिप की है।
पिछले कुछ दिनों से NPCI के साथ चर्चा
रिपोर्ट के मुताबिक दोनों पार्टी पिछले कुछ दिनों से यूपीआई को रेगुलेट करने वाली संस्था NPCI के साथ चर्चा में हैं। पेटीएम के यूजर्स को यूपीआई पेमेंट में कोई समस्या न हो इसे ध्यान में रखते हुए NPCI तेजी से इस एप्लीकेशन पर काम कर सकती है।
गूगलपे, फोनपे जैसे ऐप्स की भी बैंकों से पार्टनरशिप
फोनपे, गूगलपे जैसे UPI ऐप भी थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर है। इनकी UPI सर्विस के लिए पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर (PSP) बैंक्स के साथ पार्टनरशिप है। हालांकि, पेटीएम की को अभी तक बैंक पार्टनरशिप की जरूरत नहीं थी क्योंकि PPBL खुद एक बैंक है।
अप्रूवल के बाद पेटीएम भी TPAP के रूप में काम करेगा
गूगलपे, अमेजनपे, क्रेड और फोनपे जैसे UPI ऐप्स की एक्सिस बैंक समेत अन्य के साथ पार्टनरशिप है। पेमेंट फेलियर और ट्रांजैक्शन स्पीड से जुड़े रिस्क को ध्यान में रखते हुए ये ऐप्स एक से ज्यादा बैंकों के साथ पार्टनरशिप करते हैं।
NPCI के अप्रूवल के बाद पेटीएम भी अपने कॉम्पिटिटर्स की तरह TPAP के रूप में काम करेगा।