क्या है Bharat NCAP, पांच पॉइंट्स में समझिए...
- कारों को टेस्ट में उनकी परफॉरमेंस के आधार पर एडल्ट ऑक्यूपेंट्स और चाइल्ड ऑक्युपेंट्स के लिए स्टार रेटिंग्स दी जाएगी।
- अगर आप कार खरीदने जा रहे हैं तो अलग-अलगा गाड़ियों के सेफ्टी स्टैंडर्ड्स की तुलना के लिए स्टार रेटिंग्स का सहारा ले सकते हैं। महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी और टोयोटा ने भारत एनसीएपी को सरकार का साहसिक कदम बताया है। उनका कहना है कि इससे घरेलू ऑटो इंडस्ट्री को काफी मदद मिलेगी।
- माना जा रहा है कि ज्यादा सुरक्षित कारों की मांग बढ़ेगी। इससे कार बनाने वाली कंपनियां कस्टमर की जरूरत के मुताबिक कार बनाएंगी। सेफ्टी स्टैंडर्ड्स बढ़ने से भारतीय कारें ग्लोबल मार्केट में कंपीट कर पाएंगी और देश से कारों के निर्यात की संभावना बढ़ेगी।
- जून में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि सरकार सड़कों पर ब्लैक स्पॉट्स हटाने के लिए 40,000 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा था कि इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश से रोजगार भी पैदा होते हैं।
- आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 2021 में देश में सड़क हादसों में 1.54 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और 3.84 लाख लोग घायल हुए। 2020 में 1.31 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए थे और 3.49 लाख घायल हुए थे।